दो बातें
रेनू सैनी
राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त लेखिका
नई दिल्ली
दो बातें जो सृजनशीलता के लिए जरूरी हैं?
मौलिकता एवं कल्पना का मिश्रण।
संवेदनशीलता।
दो बातें जिनसे आपको बाल साहित्य लिखने की प्रेरणा मिली?
स्कूली जीवन में शिक्षिका आदरणीया रेनू जी के द्वारा लगातार प्रेरित करना।
बचपन में पढ़ी गई अनेक बाल कहानियां जिनको पढ़कर सदैव लिखने का मन अनायास कर उठता था ।
दो विशेषताएं जो बाल साहित्य लिखने के लिए जरूरी हैं?
बच्चों सा मन, सरल शब्दों का चुनाव।
मस्तिष्क में लगातार नवीन विचारों का समावेश।
बाल साहित्य पर केंद्रित आपकी दो पुस्तकें जिन पर आपको गर्व है?
बचपन का सफर।
रंगीली, टिक्की और गुल्लू।
दो बातें जो आप नवोदित बाल साहित्यकारों से कहना चाहती हैं?
लिखने से पहले खूब पढ़ें और निरंतर सुधार करें ।
पुस्तक प्रकाशित कराने की जल्दबाजी न करें ।
दो बातें जो आपको एक लेखिका के रूप में अच्छी लगती हैं ।
निरंतर पढऩा और लगातार लिखना ।
संवेदनशीलता और मासूमियत।
दो बातें जो आपको हिन्दी भाषा में प्रिय लगती हैं?
जैसा बोला जाता है, वैसा ही लिखा जाता है।
हिन्दी की सार्वभौमिक उदारता ।
दो बातें जिनसे आप प्रभावित होती हैं?
सच्चाई -विनम्रता-स्पष्टता।
निस्वार्थ भाव से लोगों की मदद करना।
दो बातें जो आपको नाराज़ करती हैं?
नकारात्मक बातें करना।
कथनी और करनी में अंतर।
दो शख्सियतें जिनसे आपको हमेशा प्रेरणा मिलती है?
माता-पिता-बहन।
चाणक्य।
दो बातें जिनमें आप विश्वास करती हैं?
मेहनत।
आत्मविश्वास।
दो शक्तियां जो हर महिला में होती हैं?
धैर्य-त्याग।
सहनशीलता।
दो जीवनमूल्य जो आपको अपने माता-पिता से मिले हैं?
ईमानदारी-सादगी।
भारतीय संस्कार।
कठिनाई के दौर में ऐसी दो बातें जिनसे आपको हौंसला मिला?
निरंतर लिखना-पढऩा एवं सकारात्मक रहना।
परिवार का साथ।
दो बातें जो आप अपने आलोचकों से कहना चाहती हैं?
स्वयं को उस स्थान पर रखकर देखें और फिर बोलें।
विशाल हृदय एवं सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ अपनी बात कहें।
आपकी लेखन यात्रा की दो बड़ी उपलब्यिां ?
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा ‘बचपन का सफर’ नामक पुस्तक पर भारतेंदु हरिशचन्द्र अवॉर्ड।
नेशनल बुक ट्रस्ट से आई पुस्तक ‘रंगीली, टिक्की और गुल्लू’ के अनेक संस्करण एवं अनुवाद होना।
जीवन में सफलता के दो मूल मंत्र?
कठोर मेहनत।
सकारात्मक दृष्टिकोण।
दो अवॉर्ड जिन पर आपको गर्व है?
अभी ऐसे अवॉर्ड का इंतजार है।
फिर भी बाल साहित्य पर मिला भारतेंदु हरिशचन्द्र अवॉर्ड एवं बाल साहित्य संस्थान अल्मोड़ा द्वारा बाल साहित्य सम्मान।
दो लक्ष्य जो आप जीवन में हासिल करना चाहती हैं?
अच्छा लेखन करना एवं महिलाओं को सशक्त बनाना।
बुजुर्ग लोगों के लिए एक ऐसा स्थल बनाना जहां पर वे प्रेम, आदर एवं सम्मान के साथ रहें और युवाओं को मार्गदर्शन देते रहें।
दो प्रिय लेखक?
मन्नू भंडारी , सुभ्रदाकुमारी चौहान।
प्रेमचंद।
बाल साहित्य के संदर्भ में दो बातें?
बाल साहित्य बच्चों के चरित्र को गढऩे में निर्णायक भूमिका निभाता है।
बाल साहित्य समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाता है।
आपकी दो प्रिय पुस्तकें?
प्रेमचंद द्वारा रचित ‘गोदान’।
पाउलो कोएलो द्वारा रचित ‘द अलकेमिस्ट’।