रियल एस्टेट इंडस्ट्री बेहद संभावनाशील है। इसमें सफलता का रास्ता आसान नहीं, लगातार सीखने, ग्राहकों को समझने और नैतिकता के साथ काम करने की ज़रूरत है। यदि लगन और दृष्टि है, तो यह क्षेत्र अपार अवसर देता है।
आनंद सिंघानिया
मैंनेजिंग डायरेक्टर
अविनाश समूह
रियल एस्टेट इंडस्ट्री में अविनाश समूह का नाम अग्रणी पंक्तियों में लिया जाता है। इस कंपनी को शीर्ष पर ले जाने के लिए मैनेजिंग डायरेक्टर आनन्द सिंघानिया की दूरदृष्टी और अथक मेहनत है। अविनाश ग्रुप की स्थापना से ले कर अब तक कंपनी को निरंतर प्रगति पथ पर ले जाने में वे सफल हुए हैं। रायपुर में मैग्ननेटो मॉल की स्थापना उनका ही विज़न था।
अविनाश वन इस ग्रुप का एक नवीनतम प्रोजेक्ट है जो मैग्ननेटो मॉल के सामने एक नया आकर्षण है।
व्यक्तिगत रूप से आनंद सिंघानिया की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि वे हमेशा सकारात्मक रहते हैं, परिस्थितियां चाहे जैसी भी हों। वे लगन से अपना काम करते रहते है।
आनंद सिंघानिया, एमडी, अविनाश ग्रुप से गुरबीर सिंघ चावला की खास बातचीत
रियल एस्टेट इंडस्ट्री में करियर के प्रारंभिक दौर से अब तक आपने कई पड़ाव तय किए हैं। तब और अब में क्या बदलाव महसूस करते हैं?
छत्तीसगढ़ राज्य में शुरुआत में रियल एस्टेट इंडस्ट्री असंगठित थी। लोग सरकारी हाउसिंग बोर्ड को ज्यादा सुरक्षित मानते थे, निजी बिल्डरों पर भरोसा नहीं करते थे। उस समय लोगों को डर होता था कि कहीं पैसा डूब न जाए पर समय के साथ सिस्टम बदला, नए नियम आए, RERA लागू हुआ और ग्राहकों का भरोसा मजबूत हुआ। अब इंडस्ट्री व्यवस्थित हो गई है और प्रोफेशनल एप्रोच अपनाई जा रही है। बहुत सारे बदलावों के साथ छत्तीसगढ़ में रियल एस्टेट का परिदृश्य काफी बदल चुका है।
रियल एस्टेट इंडस्ट्री में आने का फैसला आपने अपने पारंपरिक व्यवसाय को छोड़कर क्यों लिया? यह निर्णय आपके लिए कितना चुनौतीपूर्ण था?
हमारा परिवार संयुक्त व्यवसाय में था, पर मुझे कुछ नया करने की ललक थी। जब हमारे परिवार के अविनाश का जन्म हुआ, तो उनके नाम से ज़मीन खरीदी गई और वहीं से पहला प्रोजेक्ट शुरू हुआ। उस समय भविष्य की कोई ठोस योजना नहीं थी, पर एक सपना था कि कुछ ऐसा करें जो शहर के विकास में योगदान दे। हमें खुशी है कि हम अपनी नई सोच और विज़न में कामयाब हो पाए।
छत्तीसगढ़ में रियल एस्टेट इंडस्ट्री को आपने एक प्रोफेशनल स्वरूप दिया। इसके पीछे आपकी क्या सोच थी?
मैं चाहता था कि जैसे बड़े शहरों में व्यवस्थित निर्माण होता है, वैसा रायपुर में भी हो। हमने अपने प्रोजेक्ट्स में सिर्फ घर नहीं, एक बेहतर जीवनशैली देने का प्रयास किया है। क्लबहाउस, कम्युनिटी हॉल, जिम, स्विमिंग पूल जैसी सुविधाएँ हमारी प्राथमिकता रही हैं। हमने ग्राहकों को सिर्फ ईंट-पत्थर नहीं, एक भरोसा दिया। ग्राहकों का अविनाश ग्रुप में भरोसा ही हमारी सफलता का आधार है।
रियल एस्टेट इंडस्ट्री में पहली सफलता आप किस प्रोजेक्ट को मानते हैं?
हमारा पहला प्रोजेक्ट 11 मकानों का था जो मारूति विहार के नाम से बना। वह मेरी पहली शुरुआत थी। सीमित संसाधनों में, सीमित स्टाफ के साथ, उस प्रोजेक्ट की सफलता ने हमें आत्मविश्वास दिया और यही पहला कदम हमारे सफर की नींव बना। जिस पर हम निरंतर चल रहे हैं।
अविनाश समूह ने रायपुर के अलावा छत्तीसगढ़ के अन्य शहरों में भी विस्तार किया है। इसके पीछे की सोच क्या रही?
हमारा उद्देश्य केवल व्यवसाय नहीं, शहरों के विकास में भागीदार बनना है। हमने न सिर्फ रायपुर, बल्कि प्रदेश के अन्य हिस्सों में भी क्वालिटी और सस्टेनेबिलिटी को प्राथमिकता दी है। छत्तीसगढ़ के विभिन्न शहरों पर हमारे प्रोजेक्ट्स पर कार्य चल रहे हैं।
ऐसी कौन सी विशेषताएं हैं जो हमेशा आपके लिए मार्गदर्शक रही हैं?
परिवार मेरा मूल आधार है। संयुक्त परिवार में काम करने के बावजूद हम सभी ने आपस में जिम्मेदारियाँ बाँटी हैं। एक-दूसरे को समझा है और समर्थन दिया है। ईमानदारी, पारदर्शिता और समर्पण मेरे जीवन की धुरी हैं। परिवार ही मेरी ताकत और मार्गदर्शक है।
आपने अलग-अलग प्रोजेक्ट्स को चलाने का विज़न किस तरह से विकसित किया जिससे अविनाश समूह का विस्तार हो सका?
हर प्रोजेक्ट अपने आप में महत्वपूर्ण होती है और हर प्रोजेक्ट की अपनी ज़रूरत होती है। हमने हर बार पहले मार्केट रिसर्च की, लोगों से बातचीत की और फिर फैसले लिए। टीमवर्क, प्रोफेशनल एप्रोच और ट्रांसपेरेंसी के साथ हम आगे बढ़ रह हैं और निरंतर आगे बढ़ रहे है।
कुछ वर्षों पहले मैग्नेटो मॉल का निर्माण अविनाश ग्रुप के लिए एक बड़ा टर्निंग पॉइंट रहा। आपने उस समय किस प्रकार का रिस्क लिया और वह कितना सफल रहा?
मैग्नेटो मॉल हमारे लिए एक बड़ा रिस्क था। लोग सोचते थे कि यह सफल नहीं होगा, लेकिन हमने उसे अपने विज़न और मेहनत से पूरा किया। उस प्रोजेक्ट ने रायपुर को एक नई पहचान दी।
छत्तीसगढ़ में RERA लागू होने के बाद बिल्डरों पर उपभोक्ताओं का कितना विश्वास बढ़ा है?
RERAने गेमचेंजर की भूमिका निभाई है। ग्राहकों को पारदर्शिता मिली, भरोसा मिला। पहले जहां डर था, अब स्पष्ट नियमों के चलते ग्राहकों को संतोष है और इंडस्ट्री में अनुशासन भी आया है।
रायपुर में रियल एस्टेट इंडस्ट्री में विकास की क्या संभावनाएँ हैं? इस क्षेत्र में और क्या बेहतर किया जा सकता है?
रायपुर में अभी भी विकास की अपार संभावनाएँ हैं। ज़रूरत है बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर, ट्रैफिक प्लानिंग और ग्रीन स्पेस की। स्मार्ट सिटी की दिशा में और ठोस कदम ज़रूरी हैं। विकास तो निरंतर हो रहा है। भविष्य की संभावनाओं को देखते हुए कुछ ठोस कदमों पर काम कर के रायपुर में विकास को नई ऊंचाइयां दी जा सकती है।
नया रायपुर में अविनाश समूह की योजना और प्रोग्रेस के बारे में कुछ बताइए?
नया रायपुर भविष्य का शहर है। यहाँ हमने मिक्स यूज़ प्रोजेक्ट ‘अविनाश स्क्वेयर’ की शुरुआत की, जिसमें रेसिडेंशियल, कमर्शियल, ऑफिस स्पेस, और स्टूडियो अपार्टमेंट शामिल हैं – यह आने वाले समय की सोच है। जिसे हमने अपने प्रोजेक्ट को समय पर पूरा करके दिखाया है।
रायपुर जैसी उभरती हुई सिटी में आपकी राय में किस प्रकार के प्रोजेक्ट्स की मांग है?
अब लोग स्मार्ट स्पेस चाहते हैं – स्टूडियो अपार्टमेंट, सस्टेनेबल ग्रीन बिल्डिंग्स, मल्टी-फंक्शनल प्रोजेक्ट्स। लोग केवल घर नहीं, एक संपूर्ण जीवनशैली की अपेक्षा करते हैं। जिसे हम पूरा कर रहे हैं।
कोरोना काल के दौरान रियल एस्टेट इंडस्ट्री की सबसे बड़ी सीख क्या रही?
कोरोना ने सिखाया कि ग्राहकों की प्राथमिकताएँ बदल चुकी हैं। अब लोग खुली जगह, प्राकृतिक रोशनी, स्वास्थ्य-सुविधाओं से युक्त घर चाहते हैं। डिजिटलीकरण और स्वच्छता की भूमिका भी बढ़ गई है।
युवाओं खासकर नए प्रोफेशनल्स को इस क्षेत्र में आने के लिए आप क्या संदेश देना चाहेंगे?
रियल एस्टेट इंडस्ट्री बेहद संभावनाशील है। लेकिन इसमें सफलता का रास्ता आसान नहीं, लगातार सीखने, ग्राहकों को समझने और नैतिकता के साथ काम करने की ज़रूरत है। यदि लगन और दृष्टि है, तो यह क्षेत्र अपार अवसर देता है।