अनुपमा सिंह
एनाउंसर आकाशवाणी
कवयित्री
प्राणिक हीलर
मिसेस इंडिया टैलेंटेड 2021
पटना
दो बातें जो लेखन में सृजनशीलता के लिए ज़रूरी हैं?
चिंतन करना।
सृजनशील होना एक मानसिक प्रक्रिया है जिसके द्वारा हमें वातावरण को बदलना ज़रूरी होता है जिससे नए विचारों के साथ सामंजस्य स्थापित करके स्वतंत्र रूप से लिखा जा सके।
दो बातें जिनसे आपको लेखन की प्रेरणा मिली?
जीवन ख़ुद प्रेरणा के लिए बड़ा स्त्रोत है।
अपनी अंतरात्मा से।
दो विशेषताएं जो एक सफल कवयित्री में होनी चाहिए?
लेखनी के माध्यम से समाज को जागरूक करना।
भाषा की शुद्धता और भाषा को रोचक और प्रवाहपूर्ण बनाना।
दो बातें जो आप अपनी कृति जज़्बातों का सफर के ज़रिए पाठकों से कहना चाहती हैं?
अगर रिश्तों और प्रेम में गंभीरता हो तो उनका अस्तित्व कभी नहीं मिटता।
अपने शब्दों पर नियंत्रण होना, एक-दूसरे के विचारों को समझना ओर उनका सम्मान करना, अगर इन्हें जीवन में शामिल कर लिया जाए तो जीना आसान हो जाता है।
दो चुनौतियां जो एक महिला कवयित्री के समक्ष हमेशा रहती हैं?
लिखते समय विविध विचारों के साथ स्वतंत्रता पूर्वक लिखना ।
अपने परिवेश और समस्याओं से आँखें मिलाकर उनकेभीतर झांकना और अपनी पारिवारिक जि़म्मेदारियों को निभाते हुए अपनी लेखन को नई उड़ान देना।
दो बातें जो आपको आकाशवाणी के एनाउंसर के रूप में अच्छी लगती हैं?
उद्घोषणा करते वक़्त बोलने का लहज़ा।
लोगों से सम्मान मिलना।
आकाशवाणी पटना के दो कार्यक्रम जो आपको प्रिय हैं?
नाटक।
युवा श्रोताओं का कार्यक्रम युववाणी।
मिसेस इंडिया टैलेंटेड 2021 का क्राउन हासिल करने के दौरान आपके दो यादगार अनुभव?
सामूहिक नृत्य का अभ्यास।
जो कथक नृत्य 28 साल पहले मुझसे छूट चुका था उसे करने के बाद एक अलग ऊर्जा का अनुभव होना।
दो संदेश जो आज के हाई टेक युवा लेखकों को देना चाहती हैं?
भाषा की शुद्धता और नई-नई शब्दावली का ज्ञान।
चिंतन करना और एक स्वस्थ वातावरण तैयार करना जिससे नए और अच्छे विचारों का जन्म हो।
प्राणिक हीलर के रूप में आपके दो महत्वपूर्ण दायित्व?
हीलिंग के माध्यम से शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक पहलुओं को समझते हुए उन्हें संतुलित करना।
इस विद्या के अन्तर्गत ऊर्जा को आधार बनाते हुए बीमार व्यक्ति के शरीर से बीमारी पैदा करने वाले कारकों को दूर करना।
दो पुस्तकें जो आपको सर्वाधिक प्रिय हैं?
त्रिवेणी।
स्वामी विवेकानंद।
अपने जीवन के दो निर्णय जिन पर आपको गर्व है?
आकाशवाणी पटना केन्द्र में उद्घोषक के रूप में काम करना।
लेखन से जुडऩा।
दो बातें जिनसे आप प्रभावित होती हैं?
जब मैं कोई नज़्म लिखती हूँ।
जब किसी ज़रूरतमंद की मदद करती हूँ और उसके चेहरे पर जब मेरे कारण मुस्कान आ जाती है।
दो बातें जो आपको नाराज़ करती है?
रिश्तों का बिगडऩा।
उपहास उड़ाना और किसी की आलोचना करना।
दो शख्सियत जिनसे आपको हमेशा प्रेरणा मिलती है?
संदीप महेश्वरी।
बी के शिवानी।
दो बातें जिनमे आप विश्वास करती हैं?
ईश्वर।
अपने कर्म पर।
दो बातें जो महिला सशक्तिकरण के लिए जरूरी हैं?
महिलाओं की प्रगति और उनमें आत्मविश्वास का संचार।
महिलाओं का शिक्षित होना और उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर होना।
दो कार्य जो आप महिला सशक्तिकरण के लिए करना चाहती हैं?
महिलाओं के व्यक्तित्व का विकास और उनके आत्मविश्वास को बढ़ाना।
महिलाओं के महत्व और उनको शिक्षा के महत्व से अवगत कराना।
दो जीवनमूल्य जो आपको अपने माता-पिता से मिले हैं?
सेवा भावना।
लोगों को सम्मान देना।
कठिनाई के दौर में ऐसी दो बातें जिनसे आपको हौसला मिला?
आध्यात्मिकता और ध्यान।
लेखन से।
दो बातें जो आपको हिंदी भाषा में सर्वश्रेष्ठ लगती हैं ?
यह भारतीय संस्कृति की आत्मा है।
यह एक ग्रहणशील और समृद्ध भाषा है।
दो बातें जो आप अपने आलोचकों से कहना चाहती हैं?
दूसरों की कमियों को देखने से बेहतर होता है ख़ुद की कमियों को देखना और उन्हें दूर करना।
ख़ुद सम्मान पाने के लिए पहले दूसरों का सम्मान करना ज़रूरी है।
जीवन मे सफलता के दो मूल मंत्र?
अपने लक्ष्य को स्पष्ट रूप से समझ कर पूरी लगन के साथ उस पर काम करना।
ख़ुद पर विश्वास होना।
दो लक्ष्य जो आप जीवन में हासिल करना चाहती हैं?
जो लिखूँ दिल से लिखूँ ।
मोटिवेशनल स्पीकर।