डॉ. प्रज्ञा कौशिक
मीडिया एजुकेटर
हम सभी का साइबर सिक्योरिटी नैतिकता प्रण
साइबर सिक्योरिटी का काम इंटरनेट नेटवर्क से जुडे उपक्रम, सौफ्टवेयर्स और डेटा नेटवर्क को सुरक्षित करना है
‘सी योर सैल्फ इन साईबर ‘ और ‘थींक बिफोर यू क्लिक ‘ थीम सभी को खुद को ऑनलाइन सुरक्षित रखने की जागरूकता, टैक्नोलजी और आपके डेटा के लिए बढते खतरों, चुनौतियों को समझने के लिए प्रेरित करता है। जागरूक रहना हमेशा के लिए जरूरी है।
साईबर सिक्योरिटी जागरूकता के लिए विभिन्न संस्थान और समूह अपने- अपने स्तर पर विभिन्न अभियान चला रहे हैं जिनका समाज के सभी क्षेत्र और वर्ग द्वारा सहयोग और पालन किया जा रहा है। इसमें विद्यालयों और विश्वविद्यालयों का विशेष सहयोग मिल रहा है। इस दिशा में पुलिस अधिकारी, साइबर सैल, बैंक शाखाएं और विशेष समूहों का भी आपस सहयोग कर रहे हैं।
साईबर सिक्योरिटी का मतलब है इंटरनेट पर सुरक्षा। जब हम इंटरनेट से जुड़े होते है तब कई प्रकार के खतरों से हमें स्वयं को बचाना होता है क्योंकि अलग अलग तरीकों से साइबर सुरक्षा को भेद कर कोई भी हमारे सिस्टम को हैक कर सकता है और हमारे पर्सनल डाटा का गलत प्रयोग कर सकता है। इसी खतरे को रोकने के लिए साइबर सुरक्षा नियमों को जानना और उनका उपयोग करना सिखना आवश्यक है जबकि बहुत से लोग इस तरह के धोखों का शिकार हो चुके हैं।
साइबर सिक्योरिटी का काम इंटरनेट नेटवर्क से जुडे उपक्रम, सौफ्टवेयर्स और डेटा नेटवर्क को सुरक्षित करना है जिससे इंटरनेट पर होने वाली गलत गतिविधियों से हमारा डेटा को सुरक्षित रखा जा सके और सुरक्षित ढंग से अपने आनलाइन कार्य किए जा सकें। होम मिनिस्ट्री और साइबर सिक्योरिटी सैल द्वारा संचालित ‘साइबर दोस्त ‘ ने कुछ टिप्स बताएं हैं जिसे फॉलो करके हम सभी इंटरनेट पर होने वाले साइबर अपराध से खुद को सुरक्षित रख सकते हैं। इन बिन्दुओं को ध्यान रखें जैसे कि - एप्लीकेशन की सुरक्षा, सूचना की सुरक्षा, डेटा के नुकसान से बाचाना, एन्क्रिप्टेड वेबसाइट और ऐप्स, का उपयोग करें, लॉक अप और शट डाउन करें, एप्स और वैब साइट्स के नियम और शर्तें अवश्य पढें व समझें, असुरक्षित वाई-फाई स्त्रोतों का उपयोग न करें, वास्तविकता से मिथक को अलग करना सीखें और सिखायें, बच्चें आयु प्रतिबंध साइट्स के लिए साइन – अप न करें,
साइबर सिक्योरिटी ऐथिक्स का भी पालन करें। साइबरएथिक्स उपयोगकर्ताओं को सुरक्षित रूप से इंटरनेट का उपयोग करने और जिम्मेदारी और समझदारी से टैक्नोलजी का नैतिक,सामाजिक और कानूनी रूप से सुरक्षित उपयोग सिखाता है, साइबर सिक्योरिटी ऐथिक्स पैलेज का पालन करें जिसमें निहित है कि आप किसी को भी नुकसान पहुँचाने के लिए कंप्यूटर का प्रयोग नहीं करेंगे :
आप दूसरों के कम्प्यूटर के काम में दखल नहीं करेंगे।
आप दूसरों की फाइलों की जासूसी नहीं करेंगे।
आप झूठी गवाही देने के लिए कंप्यूटर या अन्य उपक्रम का उपयोग नहीं करेंगे।
साइबर सुरक्षा के नियमों का पालन करेगें।
थींक बिफोर यो क्लिक का पालन करेंगे।
हम सभी की जिम्मेदारी है कि हम इन चुनौतियों और समाधान से सूचित रहें, बच्चों से और बुजूर्गों से भी इस विषय पर बात अवश्य करते रहें।
उन्हें जागरूक करें, स्वयं के लिए डिजिटल वैलनैस ऐप से टाइमर सेट करें ।माता-पिता बच्चों की ऑनलाइन गतिविधियों पर नियंत्रण स्वयं करें और उन्हें ऑनलाइन खतरों और अवसरों के बारे में सचेत करें। तकनीकी सुविधाओं पर रोक लगाने के बजाए उन्हें सुरक्षित रूप से उपयोग करने में सहायता करें। स्कूल और कालेज में छात्र एवं छात्राएं ‘डिजिटल वेलनेस बड्डिज़ ‘ बनाये जा सकते हैं जो कि स्वयं भी सुरक्षित डिजीटल सीटिजन बनें, सूचित रहें अन्य को भी डिजिटल सेफ्टी के बारे में बतायें।